हौज़ा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह विरोध प्रदर्शन बुधवार की रात मैनहैटन में इज़राइली कांसुलेट के सामने हुआ, जहां प्रदर्शनकारियों ने बैनर उठाए हुए थे जिन पर लिखा था:
नेटन्याहू और बेन गुवरी यहूदियों के दुश्मन हैं।
यहूदी विरोधी होना ज़ायोनी विरोधी होना नहीं है
प्रदर्शनकारियों ने नारे भी लगाए जैसे "नेतन्याहू शर्म करो" और "तुम हमारे प्रतिनिधि नहीं हो।यह प्रदर्शन इज़राइल अगेंस्ट ज्यूज" नामक वेबसाइट द्वारा आयोजित किया गया था। प्रदर्शनकारियों को स्कूल बसों के ज़रिये लाया गया और विरोध मार्च कांसुलेट से शुरू होकर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय तक गया।
ज्यूइश वॉइस (Jewish Voice) सोशल प्लेटफॉर्म के अनुसार, यह मार्च नेतन्याहू के अगले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र की महासभा में भाग लेने की घोषणा के विरोध में किया गया। न्यूयॉर्क पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की संख्या "कई सैकड़ों" बताई और कहा कि यह हाल के वर्षों में अमेरिका में यहूदियों का सबसे बड़ा ज़ायोनवाद विरोधी प्रदर्शन था।
यहूदी धार्मिक समूहों, खासतौर पर "नाटोरी कार्टा" का ज़ायोनवाद विरोध कई दशकों से चल रहा है। उनका मानना है कि इज़राइल का स्थापना धार्मिक शिक्षाओं के खिलाफ है।
हाल के महीनों में गाज़ा में जारी युद्ध और नेतन्याहू सरकार की नीतियों की विश्वव्यापी आलोचना के बाद अमेरिका के विभिन्न शहरों जैसे ब्रुकलिन, शिकागो और लॉस एंजिल्स में यहूदियों के विरोध प्रदर्शनों में बढ़ोतरी हुई है।
प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की है कि जैसे ही नेतन्याहू न्यूयॉर्क पहुंचेंगे, पूरे शहर में बड़े पैमाने पर और भी प्रदर्शन होंगा।
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